राष्ट्रीय गोकुल मिशन 2023 – एप्लीकेशन फॉर्म, पात्रता व पंजीकरण प्रक्रिया

Rashtriya Gokul Mission – जैसे कि आप सभी लोग जानते हैं गायों के संरक्षण एवं नस्ल के विकास के लिए सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार की योजनाओं का संचालन किया जाता है। इन योजनाओं के माध्यम से विभिन्न प्रकार की आर्थिक एवं सामाजिक सहायता प्रदान की जाती है। हाल ही में सरकार द्वारा राष्ट्रीय गोकुल मिशन का शुभारंभ किया गया है। इस मिशन के माध्यम से गायों के संरक्षण एवं नस्ल के विकास को वैज्ञानिक विधि से प्रोत्साहित किया जाएगा। इस लेख कि माध्यम से आपको राष्ट्रीय गोकुल मिशन 2023 से संबंधित सभी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की जाएगी। आप इस लेख को पढ़कर इस योजना का उद्देश्य, लाभ, विशेषताएं, पात्रता, महत्वपूर्ण दस्तावेज, आवेदन करने के प्रक्रिया आदि से संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकेंगे। तो यदि आप Rashtriya Gokul Mission का लाभ प्राप्त करने में रूचि रखते हैं तो आपसे निवेदन है कि आप हमारे इस लेख को अंत तक पढ़े।

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Rashtriya Gokul Mission 2024

राष्ट्रीय गोकुल मिशन को केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह द्वारा 28 जुलाई 2014 को आरंभ किया गया था। इस योजना के माध्यम से स्वदेशी गायों के संरक्षण और नस्ल के विकास को वैज्ञानिक विधि से प्रोत्साहित किया जाएगा। वर्ष 2014 में इस योजना के कार्यान्वयन के लिए 2025 करोड़ रुपए के बजट का आवंटन किया गया था। सन 2019 में इस योजना के बजट को ₹750 करोड़ रुपया से बढ़ा दिया गया। इस मिशन के माध्यम से स्वदेशी दुधारु पशुओं की अनुवांशिक संरचना में सुधार करने के लिए नस्ल सुधार कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। जिससे कि पशुओं की संख्या में भी वृद्धि होगी। इसके अलावा दूध उत्पादन और उत्पादकता को बढ़ाने के लिए भी विभिन्न प्रकार के प्रयास किए जाएंगे।

Rashtriya Gokul Mission 2023 के माध्यम से देश के पशुपालक किसानों की आय मै वृद्धि होगी। इसके अलावा इस मिशन से माध्यम से पशुपालन को बढ़ावा दिया जाएगा। इस योजना के माध्यम से किसानों को दूध उत्पादन की गुणवत्ता में सुधार करने के साथ वैज्ञानिक रुप से वृद्धि करने के विषय में भी जानकारी प्रदान की जाएगी।

Kisan Samman Nidhi List

राष्ट्रीय गोकुल मिशन का उद्देश्य

राष्ट्रीय गोकुल मिशन का मुख्य उद्देश्य स्वदेशी गौवंश पशुओं की नस्ल में सुधार करना है। इसके अलावा उचित संरक्षण तथा दुग्ध उत्पादन क्षमता को बढ़ाना एवं उनकी गुणवत्ता को बेहतर बनाना है। इसके अलावा इस Rashtriya Gokul Mission के माध्यम से अनुवांशिक संरचना में सुधार करने के लिए नस्ल सुधार कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। जिससे कि दुधारु पशु की संख्या में वृद्धि हो सके। इस योजना के माध्यम से लाल सिंध, गिर, थारपरकर और सहीवाल आदि जैसी उच्च कोटि की स्वदेशी नस्लों का उपयोग करके अन्य नस्लों की गायों का विकास किया जाएगा। कृषकओ के दुधारु पशुओं के लिए गुणवत्तापूर्ण कृतिम गर्भाधान की सुविधा उनके घर पर उपलब्ध करवाई जाएगी। इसके अलावा इस मिशन के अंतर्गत अनुवांशिक योगिता वाले सांड का वितरण किया जाएगा।

मत्स्यपालन,पशुपालन और डेयरी के रूप में नए मंत्रालय के अधीन देसी नस्लों के विकास हेतु ‘राष्ट्रीय गोकुल मिशन’ के अंतर्गत गोपशुओं के संरक्षण, संवर्धन तथा किसान भाइयों के आर्थिक हितों को देखते हुए दूध की उत्पादकता बढ़ाने के लिए इस योजना को और मजबूती के साथ कार्यान्वित किया जा रहा है. pic.twitter.com/0WMgBnv1FN — Shandilya Giriraj Singh (@girirajsinghbjp) July 30, 2019

Details Of Rashtriya Gokul Mission

योजना का नाम राष्ट्रीय गोकुल मिशन
किसने आरंभ की केंद्र सरकार
लाभार्थी गौपालक
उद्देश्य स्वदेशी गायों के संरक्षण और नस्ल के विकास को वैज्ञानिक विधि से प्रोत्साहित करना
आधिकारिक वेबसाइट https://dahd.nic.in/
साल 2023
आवेदन का प्रकार ऑनलाइन/ऑफलाइन

राष्ट्रीय गोकुल मिशन की अंतर्गत पुरुस्कार का प्रावधान

  • इस मिशन के अंतर्गत पुरुस्कार का प्रावधान भी रखा गया है।
  • जिससे की देश किसान पशुपालन की तरफ आकर्षित हो सके।
  • यह पुरस्कार पशुपालन एवं डेयरी विभाग द्वारा प्रदान किया जाएगा।
  • प्रथम एवं द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले नागरिक को गोपाल रतन पुरस्कार प्रदान किया जाएगा एवं तीसरा स्थान प्राप्त करने वाले नागरिक को कामधेनु पुरुस्कार से सम्मानित किया जाएगा।
  • इसके अलावा स्वदेशी नस्लओ के गौजातीय पशुओं का बेहतर संरक्षण करने वाले पशुपालक को गोपाल रत्न पुरस्कार दिया जाएगा।
  • कामधेनु पुरस्कार गौशालाओं और सर्वोत्तम प्रबंधित ब्रीड सोसाइटी को दिया जाएगा
  • इस योजना के अंतर्गत अब तक लगभग 22 गोपाल रत्न तथा 21 कामधेनु पुरुस्कार प्रदान किए जा चुके है।

NABARD Yojana

Rashtriya Gokul Mission की अंतर्गत गोकुल ग्राम

  • इस मिशन के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में पशु केंद्र बनाए जाएंगे।
  • इन पशु केंद्रों को गोकुल ग्राम कहा जाएगा।
  • गोकुल ग्राम के माध्यम से लगभग 1000 से अधिक पशुओं को रखने की व्यवस्था की जाएगी।
  • इन सभी पशुओं के पोषक संबंधित आवशकता को पूरा करने के उद्देश्य से उनको चारे की व्यवस्था की जाएगी।
  • प्रत्येक गोकुल ग्राम में एक पशु चिकित्सालय एवं कृत्रिम गर्भाधान सेंटर की व्यवस्था भी की जाएगी।
  • गोकुल ग्राम में रहने वाले पशुओं से दूध की प्राप्ति होगी और गोबर से जैविक खाद का निर्माण किया जाएगा।
  • इस योजन के माध्यम से देश के नागरिकों के लिए रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे।

राष्ट्रीय गोकुल मिशन के माध्यम से प्रधान की जाने वाली वित्तीय सहायता

  • शुरुवात में इस योजना के संचालन के लिए 2025 करोड़ रुपए का आवंटन किया गया था।
  • वर्ष 2020 तक लगभग 1842.76 करोड़ रुपए की राशि खर्च की जा चुकी है।
  • इस योजना को देश के सभी राज्यों में संचालित किया जा रहा है।
  • मीडिया से प्राप्त जानकारी के अनुसार सन 2014 से लेकर सन 2020 तक इस योजना के संचालन के लिए 1842.76 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं।

राष्ट्रीय गोकुल मिशन के लाभ तथा विशेषताएं

  • राष्ट्रीय गोकुल मिशन को केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह द्वारा 28 जुलाई 2014 को आरंभ किया गया था।
  • इस योजना के माध्यम से स्वदेशी गायों के संरक्षण और नस्ल के विकास को वैज्ञानिक विधि से प्रोत्साहित किया जाएगा।
  • वर्ष 2014 में इस योजना के कार्यान्वयन के लिए 2025 करोड़ रुपए के बजट का आवंटन किया गया था।
  • सन 2019 में इस योजना के बजट को ₹750 करोड़ रुपया से बढ़ा दिया गया।
  • इस मिशन के माध्यम से स्वदेशी दुधारु पशुओं की अनुवांशिक संरचना में सुधार करने के लिए नस्ल सुधार कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
  • जिससे कि पशुओं की संख्या में भी वृद्धि होगी।
  • इसके अलावा दूध उत्पादन और उत्पादकता को बढ़ाने के लिए भी विभिन्न प्रकार के प्रयास किए जाएंगे।
  • इस योजना के माध्यम से देश के पशुपालक किसानों की आय मै वृद्धि होगी।
  • इसके अलावा इस मिशन से माध्यम से पशुपालन को बढ़ावा दिया जाएगा।
  • इस योजना के माध्यम से किसानों को दूध उत्पादन की गुणवत्ता में सुधार करने के साथ वैज्ञानिक रुप से वृद्धि करने के विषय में भी जानकारी प्रदान की जाएगी।

कामधेनु डेयरी योजना राजस्थान

Rashtriya Gokul Mission की पात्रता

  • आवेदन भारत तथा निवासी होना चाहिए।
  • इस योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए आवेदक की आयु 18 वर्ष या फिर उससे ज्यादा होने चाहिए।
  • इस योजना के अंतर्गत छोटे किसान तथा पशुपालक ही आवेदन कर सकते हैंं।
  • सरकारी पेंशन प्राप्त करने वाले पशुपालकों या किसानों को इस योजना का लाभ नहीं प्रदान किया जाएगा।

महत्वपूर्ण दस्तावेज

  • निवास प्रमाण पत्र
  • आधार कार्ड
  • आयु का प्रमाण
  • आए प्रमाण पत्र
  • पासपोर्ट साइज फोटो ग्राफ
  • मोबाइल नंबर
  • ईमेल id आदि

राष्ट्रीय गोकुल मिशन की अंतर्गत आवेदन करने की प्रक्रिया

  • सर्वप्रथम आपको पशुपालन और डेरी विभाग जाना होगा।
  • अब आपको वहा से आवेदन पत्र प्राप्त करना होगा।
  • इसके पश्चात आपको आवेदन पत्र पूछ गई सभी महत्वपूर्ण जानकारी जैसे कि आपका नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल id आदि दर्ज करना होगा।
  • अब आपको सभी महत्वपूर्ण दस्तावेजों को अटैच करना होगा।
  • इसके पश्चात आपको आवेदन पत्र को पशुपालन एवं डेरी विभाग में जमा करना होगा।
  • इस प्रकार आप राष्ट्रीय गोकुल मिशन अंतर्गत आवेदन कर सकेंगे।